हृदय-रोग Ki Vimari Ke Liye Vitamin- खराब जीवनशैली और खानपान में पौष्टिकता की कमी के चलते हृदय रोग का खतरा हर वर्ग के आयु में बढ़ता जा रहा है।
हृदय रोग दुनिया के सबसे बड़े रोगों में से एक है। जिसके कारण ज्यादा मौतें होती है। इन्ही समस्याओं का इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक शोध किया है।
Heart Dsease का खतरा- जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन’ में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है। हृदय रोग से बचने के लिए विटामिन k का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है।
इसके सेवन से हृदय रोग का खतरा कभी नहीं बढ़ता है। आइए जानते है, आखिर हम अपने दैनिक जीवन में विटामिन k के लिए कौन सा आहार ले सकते है।
विटामिन k के लिए कौन सा आहार- Heart Dsease
सूखी तुलसी और सोयाबीन के तेल, शलजम का साग, ब्रोकली, पकी हुई पत्ता गोभी, पका हुआ पालक और सरसो की साग, पके हुए काले, पका हुआ चुकंदर आदि विटामिन k1 से परिपूर्ण है। विटामिन के2 के लिए आप अंडा, मांस, मछली, पनीर आदि आसानी से खा सकते है।
हृदय रोग पर आधारित रिसर्च का जरिया || हृदय-रोग Ki Vimari Ke Liye Vitamin
आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दें, जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के द्वारा ह्रदय रोग का अध्ययन 50000 लोगो पर 23 साल तक किया गया।
इस अध्ययन में दो ग्रुप को अलग अलग विटामिन के दिया गया। विटामिन k के सेवन करने वाले लोगो का हृदय रोग का खतरा 21% तक कम पाया गया।
वही विटामिन k2 का सेवन करने वाले लोगो में हृदय रोग का खतरा 14% तक कम पाया गया। जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के रिसर्च के अनुसार, हृदय रोग के लिए विटामिन के1 बेहद कारगर साबित हुआ । इसके सेवन से हृदय की रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली स्थिति का खतरा कम होता है।
विटामिन के 1 और के2 का मुख्य स्रोत- हृदय-रोग Ki Vimari Ke Liye Vitamin

विटामिन के 2 का स्रोत क्या है।
विटामिन के2 का स्रोत मांस, मछली, अंडा और पनीर जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इसके सेवन से हृदय रोग की समस्या कम होती है।
आपको बता दें, एथेरोस्क्लेरोसिस और अन्य प्रकार की कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए विटामिन के1 और विटामिन के2 दोनो को महत्वपूर्ण स्थान बताया गया है।
उसमे शोधकर्ताओं ने कहा, विटामिन के का सेवन करने वाले लोगों का हृदय या रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली स्थिति का खतरा कम होता है। विटामिन के का सेवन हृदय रोग के लिए रामबाण साबित हुआ है।
आपको बता दें, एथेरोस्क्लेरोसिस, धमनियों की दीवारों और इसके भीतर फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के निर्माण का निर्माण करती है।जिसके कारण हृदय रोग की समस्या बढ़ती जाती है। और इंसान कोमा की स्थिति में पहुंच जाता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार विटामिन k1 का महत्व || हृदय रोग किसकी कमी से होता है?
रिपोर्ट के अनुसार, जब हमारे शरीर के प्रमुख धामिनी में अनावश्यक कैल्शियम का निर्माण होता है। तो यह हृदय रोग बड़ा देता है।ऐसे में विटामिन के शरीर के धामीनियों में होने वाले फालतू के निर्माण को रोककर स्वस्थ रखता है।
विटामिन के 1 का मुख्य स्रोत क्या है || हृदय-रोग Ki Vimari Ke Liye Vitamin
विटामिन के 1 का मुख्य स्रोत हरी पत्तेदार सब्जियां और वनस्पति का तेल है। इसके सेवन से हमारे शरीर में विटामिन k1 मिलता रहता है।जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस और अन्य प्रकार की कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का खतरा भी कम रहता है।
ऐसे में हमे हृदय रोग के रोग के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए। शोधकर्ता डॉ जेमी बेलिंग के अनुसार हृदय रोग से दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है।
हृदय के खतरनाक रोग को कम करने के लिए विटामिन के की विशेषता को दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों को समझना होगा।
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