सारकोमा कैंसर क्या है? What is Sarcoma cancer

दैनिक जीवन में छोटी मोटी बीमारियों का तो इलाज उपलब्ध हैं। और इन छोटे बीमारियों से कुछ समय के बाद छुटकारा पाया जा सकता है। परंतु यदि किसी को कैंसर जैसी बड़ी समस्याएं हो जाए तो उसे निदान पाना अत्यंत कठिन हो जाता है।

यदि किसी को कैंसर हो जाए, तो वह उसे ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार को नकारात्मकता से भर देता है। ऐसे में एक कैंसर का प्रकार है, जिसका नाम है सारकोमा कैंसर Sarcoma Cancer। सरकोमा कैंसर अत्यंत ही गंभीर कैंसर है।

इस पोस्ट में हम केवल सरकोमा कैंसर के बारे में जानेंगे, हम उनके समस्याओं लक्षण तथा प्रकार के बारे में भी बात करेंगे। सारकोमा कैंसर Sarcoma Cancer के बारे में जानने के लिए बने रहे हमारे साथ इस पोस्ट में अंत तक।

सरकोमा कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, इस कैंसर के द्वारा शरीर के विभिन्न स्थानों पर कैंसर हो सकता है। यह एक ऐसा कैंसर है जो शरीर के हड्डियों और नरम उत्तकों में शुरू होता है और धीरे धीरे बढ़ता जाता है। यह शरीर की अन्य संरचनाओं को जोड़ते हैं और समर्थन करते हैं और उन्हें घेरते हैं।

सारकोमा कैंसर Sarcoma cancer overview

Titleसारकोमा कैंसर
Year2023
CategoryCancer
CausesGiven
SymptomsGiven
TypesVarious

सारकोमा कैंसर के कारण – causes of sarcoma cancer

विशेषज्ञ अभी पूरी तरह से इस बात को बताने में असमर्थ हैं कि इसके पीछे क्या कारण है। सारकोमा कैंसर Sarcoma Cancer एक शोध का विषय बना हुआ है। जब कोशिकाओं के भीतर DNA में परिवर्तन होता है तथा एक सेल के अंदर DNA को बड़ी संख्या में अलग अलग जीन्स में पैक किया जाता है।

इन जीन्स में प्रत्येक में निर्देशों का एक सेट होता है जो की सेल को बताता है की क्या क्या कार्य करना है। परंतु उत्परिवर्तन कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से बढ़ने और विभाजित होने और सामान्य कोशिकाओं के मरने पर जीवित रखने के लिए कहते हैं। यदि ऐसा होता है तो कोशिकाएं टूट सकती हैं और शरीर के अन्य भागों में कैंसर फैल सकता है।

सारकोमा कैंसर के लक्षण symptoms of sarcoma cancer

What is Sarcoma cancer —

विशेषज्ञों के द्वारा कैंसर के लक्षण के बारे में भी कई शोध चल रहे हैं। परंतु अब तक जितना पता है, सारकोमा कैंसर के लक्षण symptoms of Sarcoma Cancer निम्नलिखित बिंदुओं में दिए हैं-

  • एक गाँठ जो त्वचा के माध्यम से महसूस की जा सकती है, यह दर्दनाक होती है। 
  • एक टूटी हुई हड्डी का होना, यदि कोई हड्डी अप्रत्याशित रूप से दिखाई देती है। जिसमें यदि आपको कोई चोट न भी लगा हो या फिर हल्की चोट लगी हो फिर भी।
  • अचानक से वज़न का घटना, वह भी बिना किसी मेहनत के।
  • लंबे समय तक पीठ में दर्द बने रहना, इसके लक्षण में शामिल है।
  • हड्डी में दर्द बने रहना

फेफड़े के कैंसर का कारण

सारकोमा कैंसर के प्रकार types of sarcoma cancer

सारकोमा कैंसर Sarcoma Cancer के लगभग 70 से भी अधिक प्रकार माने जाते हैं। परंतु विशेष रूप से इसके कुछ भी प्रकार होते हैं जोकि लोगों को अधिकतर नुक़सान पहुँचाते हैं। यह कैंसर मुख्य रूप से दो हिस्सों में बाँट दिया जाता है जो की एक हड्डियों तथा दूसरा नरम उत्तक का कैंसर होता है।

हड्डी का सारकोमा कैंसरइसके कुल चार प्रकार होते हैं।

  1. ओस्टियोसारकोमा
  2. इविंग सरकोमा Ewing sarcoma
  3. चोंड्रोसारकोमा Chondrosarcoma
  4. फाइब्रोसारकोमा Fibrosarcoma

नरम सारकोमा कैंसरयह क़रीब 14 प्रकार के होते हैं-

  1. एंजियोसारकोमा Angiosarcoma
  2. सिनोवियल सारकोमा Synovial sarcoma
  3. न्यूरोफाइब्रोसारकोमा Neurofibrosarcoma
  4. लेयोमायोसारकोमा Leiomyosarcoma
  5. श्वानोमा Schwannoma
  6. कपोसी का सारकोमा Kaposi’s sarcoma
  7. मेसेनकाइमोमा Mesenchymomas
  8. संवहनी सारकोमा Vascular sarcoma
  9. लिपोसारकोमा Liposarcoma
  10. डेस्मोप्लास्टिक स्मॉल राउंड सेल ट्यूमर Desmoplastic small round cell tumour
  11.  रबडोमायोसार्कोमा Rhabdomyosarcoma
  12. फाइब्रोसारकोमा Fibrosarcomas
  13. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर Gastrointestinal stromal tumour
  14. मायक्सोफिब्रोसारकोमा Myxofibrosarcoma

सारकोमा कैंसर के बचाव – What is Sarcoma cancer

What is Sarcoma cancer- सारकोमा कैंसर से बचाव बहुत महत्वपूर्ण है। सबसे पहले तो यह प्रश्न आता है कि क्या है इस कैंसर से बचाव संभव है या नहीं। 

आम तौर पर इसकी शुरुआत में जीवनशैली का कारक भूमिका निभाते नहीं दिखते हैं। हालाँकि कई स्थितियों में जोखिम को कम करने के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना एक अच्छा विचार है,

लेकिन सारकोमा कैंसर साथ कोई विशिष्ट संबंध नहीं लगता है। अर्थात आम तौर पर इसे रोक पाना संभव नहीं है परंतु लोग अपने हिसाब से इस बीमारी से निपटने के लिए अपने लेवल पर प्रयास कर सकते हैं।

प्रयास का तात्पर्य यह है कि डॉक्टर अभी तक नहीं जानते हैं कि इसका कारण क्या है। परंतु लोग अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाकर और अपने योग को बढ़ाकर इसे रोकने का उपाय कर सकते हैं।  

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