इस मिनरल की कमी के कारण हो जाता है लक़वा, पहले ही खा लें यें चीज़ें | Lakwa ke lakshan in hindi

Lakwa ke lakshan in hindi- लकवा एक गंभीर समस्या है। लकवा यानी पैरालिसिस जिसमें मसल्स कोऑर्डिनेशन बिलकुल ख़त्म हो जाता है। इससे बचने के लिए तीन ग्राम पोटेशियम भोजन खाने की आवश्यकता है। जिससे हमारा मसल्स और नसे सही तरीक़े से काम कर सकें। आज के समय में कई लोगों को लकवा के समस्या का सामना करना पड़ता है।

आज के समय में मुख्यतः बूढ़े लोगों या अधिक वर्ष के लोगों में लगवा के लक्षण देखने को मिलते हैं। लकवा यानी पैरालिसिस गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है। परंतु लोग यह नहीं जानते कि इसका उपाय क्या है और पहले ही इससे किस प्रकार से बचा जाए। इससे बचने के लिए शरीर में पोटेशियम की मात्रा होनी चाहिए। 

  • लकवा के लक्षण Paralysis Symptoms

पोटेशियम एक ऐसा मिनरल है, जिसकी कमी के कारण शरीर में कोऑर्डिनेशन पूरी तरह से ख़त्म हो जाता हैँ। ऐसा होने पर इसके कई कारण हो सकते हैं। इसके मुख्य कारणों से कई कारण हमें नीचे दिए हैं जैसा कि सिर में चोट लगना। बोहोत कम लोग जानते हैं कि शरीर में एक मिनरल ऐसा होता है.

Isकी कमी के कारण इसका ख़तरा बढ़ जाता है।यदि सही समय पर इसकी कमी को पूरी नहीं की जो है तो यह लक़वा को जन्म देने का कारण बन सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि शरीर में पैरालिसिस के पीछे पोटेशियम की कमी होती है।

इस कारण हर व्यक्ति को रोज़ाना तीन ग्राम पोटेशियम ज़रूर खाने की सलाह दी जाती है। जिससे हमारी मसल्स, नसों और दिल के साथ सही तरीक़े से काम कर सके।

लकवा के लक्षण | Lakwa ke lakshan in hindi

lakwa ke lakshan in hindi
No. लक़वा के लक्षण Paralysis Symptoms
 1 बाल झड़ना
 2 वज़न कम होना
 3 घाव भरने में टाइम लगना
 4 बार बार बीमार पड़ना
 5 चक्कर आना
  • पोटेशियम और मिनरल से भरपूर होते हैं ये फल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब आपके शरीर में पोटेशियम की मात्रा के बहुतों की कमी हो जाती है। तब और स्थायी रूप से लकवा मार सकता है। जिस कारण लडकों मरने की समस्या के निदान के लिए पोटेशियम का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

मेडिकल की भाषा में हाइपोकैलेमिक पीरियॉडिक पर ले सेक्स कहा जाता है। इसे ख़ासकर के इलाज के लिए न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर की सलाह दी जाती है। एक न्यूरोलॉजिस्ट लकवा की समस्या को देखने का कार्य करता है और मसल्स कमज़ोर करने के साथ दिल के सेहत पर भी कार्य करता है।

जब भी मसल्स कमज़ोर पढ़ने लगती है तो दिल के सेहत पर प्रभाव पड़ता है और साथ ही धड़कने की रफ़्तार भी ऊपर नीचे होने लगती है। जिस  कारण पोटेशियम बॉडी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

निम्नलिखित चीज़ों में पोटेशियम और मिनरल्स की मात्रा भरपूर पाई जाती है-

  • केला
  • आलू
  • नारियल पानी
  • शक्करकंद
  • ORS का घोल

इसके अलावा नीचे दिए गए कुछ लक्षण के द्वारा आप पता लगा सकते हैं कि आपके शरीर में लकवा के लक्षण है या नहीं। यह लक्षण आपको यह जानने के लिए संकेत करेंगी कि आगामी समय में आपको लकवा हो सकता है कि नहीं है।

  • बाल झड़ना

बाल झड़ना यानी हेयर फ़ॉल मिनरल की कमी का संकेत देते हैं। इसलिए समय रहते इसका इलाज करवाना चाहिए।

  • वज़न कम होना

यदि आपका तेज़ी से वज़न कम हो रहा है और बढ़ नहीं रहा है। तो आपके शरीर में मिनरल की कमी हो सकती है और इसलिए आपको विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए। इसका ख़ास ध्यान रखना चाहिए कि मेडल शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिले और इसका इलाज सही वक़्त पर कराना चाहिए।

  • घाव भरने में टाइम लगना

यदि आपके गाँव उबरने में समय लग रहा है तो यह भी मिनरल की कमी के लक्षण है। ज़ख्म भरने में टाइम लगना जिन्क की कमी का संकेत देते हैं।

  • बार बार बीमार पड़ना

यदि आप बार बार बीमार पड़ते हैं तो इसका कारण है जिंक की कमी के कारण ही इम्यूनिटी का कमज़ोर होना। यदि आपके शरीर में जिनके की कमी है तो व्यक्ति को बार बार कोई बीमारी घेर लेता हैँ।

  • भूख न लगना

यदि आपको भूख नहीं लगता है तो शरीर में जिंक की कमी का एक लक्षण है। ऐसे में फल जो की जिंक में भरपूर हों खाएं।

Conclusion-

यदि आपके शरीर में किसी भी प्रकार के मिनरल की कमी है, तो उसके लक्षण और संकेत को पहचानकर जल्द से जल्द उसकी कमी को पूरा करने का कार्य करें। क्योंकि ज़रा सी भी देर करने पर यह आपके शरीर के प्रति लापरवाही का संकेत देता है।

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