डिमेंशिया के घरेलू उपचार || क्या है डिमेंशिया || Dementia Ke Lakshan Hindi Mein
डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है। जिसमे व्यक्ति अपनी संज्ञानात्मक कार्य की क्षमता को धीरे धीरे कम करने लगता है । संज्ञानात्मक कार्य एक मानसिक क्रिया है। व्यक्ति अपने पास्ट की चीजों को भूलने लगता है। याददाश्त कम हो जाता है। कोई चीज को मानसिक क्रिया के द्वारा समझना कठिन हो जाता है।
इसके अलावा किसी समस्या का हल निकालना, बोलना आदि क्षमताएं धीरे धीरे समाप्त हो जाती है। और व्यक्ति पागलपन का शिकार हो जाता है। जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है। डिमेंशिया का असर भी बढ़ता जाता है ।
क्या है इसके लक्षण
डिमेंशिया की बीमारी से ग्रस्त लोगों को कई तरह के लक्षण दिखाई देते है। जिससे आप आसानी से पता लगा पाएंगे किसी व्यक्ति को डिमेंशिया है या कोई और बीमारी, आए जानते है।
No. | डिमेंशिया के लक्षण |
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1 | स्मरण करने की क्षमता कम होना। |
2 | जरूरी चीजों को भी भूल जाना। |
3 | मानसिक क्रिया में कठियानाई होना। |
4 | समस्या का हल करने में असफल रहना। |
5 | चित्र का पहचान न कर पाना। |
6 | गणितीय गणना करने में समस्या होना। |
7 | जोड़ने और भाग में समस्या आना। |
8 | स्मरण करने की क्षमता कम होना। |
9 | जरूरी चीजों को भी भूल जाना। |
10 | मानसिक क्रिया में कठियानाई होना। |
11 | समस्या का हल करने में असफल रहना। |
12 | चित्र का पहचान न कर पाना। |
13 | गणितीय गणना करने में समस्या होना। |
14 | जोड़ने और भाग में समस्या आना। |
डिमेंशिया Alert डिमेंशिया बीमारी के शुरुवाती दौर में इलाज करवा लेना ही बेहतर होता है। क्योंकि जब व्यक्ति को डिमेंशिया की बीमारी हो जाती है। तो व्यक्ति अपने ही दैनिक क्रिया कलाप करने में असमर्थ हो जाता है।
ऐसे में दूसरे पर हर काम के लिए निर्भर हो जाता है। आपको जब भी डिमेंशिया के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। नही तो यह आगे चलकर घटक हो सकता है ।
डिमेंशिया को कम करने के लिए क्या खाएं || Dementia Ke Lakshan Hindi Mein

No. | 5 जड़ी-बूटियां भूलने के बीमारी में जरूर खाये। |
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1 | केसर (Saffron) |
2 | थाइम (Thayme) |
3 | हल्दी (Turmeric) |
4 | अश्वगंधा (Ashwagandha) |
5 | दालचीनी (Cinnamon) |
आए जानते है, डिमेंशिया के बीमारी में क्या खाने से मानसिक क्रिया में सुधार होता है। डिमेंशिया में लाभ पहुंचता है। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति के अखरोट खाने से दिमाग की यादाश्त बढ़ती है। व्लुवेरी भी यादाश्त बदने का काम करती है।
ऐसे में डिमेंशिया में मरीज को अखरोट जरूर खिलाना चाहिए। इसके अलावा मछली के तेल भी डिमेंशिया की बीमारी में लाभदायक होते है। इसके सेवन से मरीज को संज्ञानात्मक कार्य में हेल्प मिलती है।
हरी साग सब्जियां- डिमेंशिया के घरेलू उपचार
हरी साग सब्जियां खाने से मानसिक क्रिया तेज होती है। हरी पत्तेदार सब्जी खाना, डिमेंशिया में लाभदायक होता है। मरीज को लाभ मिलता है। कई विशेषज्ञों का मानना है, आपके भोजन जितने अधिक प्रकार की की साग सब्जी शामिल होगा। उतना अधिक दिमाग का शक्ति भी होगा।
वसायुक्त मछली – डिमेंशिया के उपचार
वसायुक्त समुंद्री मछली ओमेगा 3 और फैटी एसिड के अच्छे स्रोत है। ऐसे में मछली का सेवन जरूर करें। मछली के लंबे समय के सेवन से मानसिक जोखिम कम होता है।
अखरोट – डिमेंशिया के घरेलू उपचार
वैज्ञानिकों ने एक शोध में 4400 लोगो को शामिल किया । और उन्हें लगातार फल अखरोट का सेवन कराया। और कुछ समय बाद मानसिक क्रिया की गति तीव्र होने लगी। ऐसे में अखरोट के सेवन से। एक बेहतर परिणाम देखने को मिला।
जैतून का तेल – डिमेंशिया के घरेलू उपचार
जैतून के तेल के सेवन से डिमेंशिया में अधिक लाभ मिलता है। यदि डिमेंशिया की बीमारी में जैतून का तेल सेवन किया जाए तो मानसिक जोखिम कम हो जाता है। ऐसे में डिमेंशिया की बीमारी में आप देखे, यह कैसे होता है और डिमेंशिया के क्या लक्षण है। और demensia में क्या खाने से लाभ पहुंचता है।