हिन्दू मुस्लिम प्यार- दर्द भरी कहानी || Motivation Hindi Love Story

Motivation Hindi Love Story-  आज की Love Story उन लोगो के लिए बेहद खास है। जिन्हे लगता है। लव सिर्फ एक Love Story बनकर रह जाती है। प्यार में सिर्फ धोखा ही मिलता है।

प्यार लाइफ को बर्बाद कर देती है। अगर आपकी भी ऐसी सोच है। तो यह Motivation Hindu Muslim Love story आज आपका सोच बदल कर रख देगी।

इस लव स्टोरी में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के दो इंसान प्यार करने लगते है। तो सारी दुनिया खिलाफ हो जाती है। और जो सजा देती है। वह इंसानियत को शर्मसार करती है। तो आइये अमित और नाजिया के किरदार से मिलवाते है। कृपया love story  पूरा पढ़े। 

  • Hindi Love Story || कैसे हुआ प्यार 

जब हम किसी से प्यार करने लगते है। तो हम यह नहीं देखते है। आखिर वह किस, धर्म, जाति या देश से ताल्लुक रखता है। हम सिर्फ उसे प्यार की ही नजर से देखते है। प्यार की नजर दुनिया का सबसे बेस्ट नजरिया है।

जहाँ इन्सान का इंसान से भेदभाव समाप्त हो जाता है। अब प्यार शब्द का मतलब ही प्यार है। यानी सारी कमियों को नजर अंदाज करते हुए किसी को जी जान से प्यार करना।

अमित और नाजिया एक ही गांव के रहने वाले थे। दोनो में प्यार तब हो गया था। जब अमित ने नाजिया के पिता की जान बचाने में मदत की थी। नाजिया के पिता हॉस्पिटलाइज्ड थे।

  • ब्लड की जरूरत || Hindi Love Story

उनको ब्लड की जरूरत थी। तो अमित ने अपना ब्लड दिया। इसके कुछ दिन ही बाद नाजिया के पिता का इंतकाल हो गया। अब अमित नाजिया के प्रति काफी सहानुभूति रखने लगा।

जोकि समाज में तनाव का कारण बन गया । अमित एक ब्राह्मण परिवार था। जितना सामाजिक तनाव और दबाव बढ़ता रहा। उतना ही दोनो का भावात्मक Attachment बढ़ता गया। और फिर दोनो में इस कदर प्यार हो गया।

एक दूसरे के बिन जीना मुमकिन सा लगने लगा। आखिर सामाजिक अदालत ने दोनो को अलग रहने का फैसला तो सुना दिया। पर क्या प्यार में यह मुमकिन था। प्यार में तो लोग भगवान की भी नही सुनते है। बस प्यार को प्यार की भाषा ही समझ में आती है।

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अमित और नाजिया दर्द भरा दौर || Motivation Hindu Muslim Love story

सामाजिक दबाव या बहिष्कार किसी भी प्रतिष्ठित और शिक्षित इंसान के लिए मरने से कम नहीं होता है। हर व्यक्ति सामाजिक आन बान को बनाए रखने के लिए ही जीते है।

ऐसे ही मिश्रा जी के लड़के अमित को जब घर से निकालने का फैसला हुआ। तो उनके घर में मातम सा छा गया। मिश्रा जी अपने लड़के से घर की मर्यादा के लिए मुस्लिम लड़की नाजिया को छोड़ देने का बिनती किया।

लेकिन प्यार कहाँ जाति और धर्म को मानता और पहचानता है। प्यार का संविधान तो अलग ही होता है। जो इंसान को इंसान का कद्र करना सिखाता है।

आखिर अमित ने अपने पिता जी की बातों को एकतरफा विरोध करते हुए नाजिया को साथ में लेकर घर से निकल गए।

जब दोनो घर से निकाले गए || Motivation Hindu Muslim Love story

HINDU MUSLIM Motivation Hindi Love Story
HINDU MUSLIM Motivation Hindi Love Story

जब गांव वालों को नाजिया और अमित की घर से भाग निकलने की बात पता चली तो मिश्रा जी पर गांव वाले बरस पड़े। और मिश्रा जी को गांव से बाहर रहने का फैसला सुना दिया।

अब वो अपनी बूढ़ी शरीर में आंखों में बेटे और गांव से अलग होने का दर्द लिए किसी तरह गांव से बाहर चले गए। इतना असहनीय कष्ट में मिश्रा जी जीने लगे थे,

कुछ ही महीने बाद उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया। और परमात्मा में लीन हो गए। अब इतना कुछ होने के बाद अमित के अंदर सामाजिक मानसिकता से बदला लेने का भाव जाग्रति हो गया।

उन्हें फील हुआ , यदि मेरी love स्टोरी की कहानी अलग जाति और धर्म न शुरू होती तो आज हमें अपने प्यार में इतने बुरे दिन नहीं देखने पड़ते।

अमित और नाजिया सामाजिक मानसिकता से बदला || Motivation Hindu Muslim Love story

आखिर कुछ साल बाद अमित ने सामाजिक मानसिकता का बदला लेने के लिए तैयार हो गए। अमित एक pcs अधिकारी बना। तो उसकी लवर नाजिया एक डॉक्टर बनकर मिशाल कायम की।

और समाज के कुरीतियों और ठेकेदारों को दोनों की लव स्टोरी नतमस्तक होने को मजबूर कर दिया। जिस गांव से अमित और नाजिया को निकाला गया था।

उसी गांव के लोगो का सहयोग कर रहे है। आज उन्हें दोनों के हिन्दू और मुस्लिम होने का कोई विरोध नहीं है। किसी को इलाज की जरुरत है।

तो किसी को सरकारी लाभ की है। आज गांव का कोई भी व्यक्ति यह नहीं सोचता, आखिर मुस्लिम लड़की से इलाज क्यों कराये। जब सहयोग की जरुरत होती है , समाज के कई कायदे और क़ानून टूटते हुए नजर आते है।

दोनों की यह मोटिवेशन लव स्टोरी बेहद दिलचस्प है। आपको इससे क्या सीख मिली , अगर आपको यह Motivation Hindu Muslim Love story अच्छा लगा हो तो दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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