dil, dosti, pyar aur zindagi क्या है ? -हम आपको दिल-दोस्ती-और-प्यार और “dil dosti सभी के बारे में एक बेहतरीन चर्चा करेंगे। दोस्तों दिल दोस्ती और प्यार अगर सच्चा हो तो दुनिया में आपको को किसी की जरुरत नहीं होगी। आपको हमेशा रिश्तो से हरा भरा जीवन फील होगा। ऐसे में आप हमेशा एक सच्चे रिश्ते को जन्म देना सीखिए .
dil dosti pyar story”- dil dosti pyar aur zindagi ki story in hindi
अगर दोस्ती दिल से हो तो जीवन एक रिश्ते में समां जाता है। प्यार अगर सच्चा हो तो खुदा से फरियाद करने की जरुरत नहीं होती। दोस्ती और प्यार में इतना ताकत होती है। जिसके आगे प्राकृत भी झुक जाता है। सभी कायदे और कानून टूट जाता है। और रिश्ते एक हो जाते है।
अगर दोस्ती सच्ची हो तो प्यार के स्वाद से कम नहीं होता है। ऐसे में हमेशा सच्चे रिश्तों को ही अपनाये। झोटी दोस्ती और प्यार हमेशा आपको जख्म देते है। जो जिंदगी भर भरता नहीं है। आपकी जिम्मेदारी है आप कैसा रिश्ता जीवन में अपना रहे है।
अगर आपको लगता है रिश्ता झूठा है। या किसी स्वार्थ बस जुड़ा है तो आओ वही बिना कोई झिझक के ठुकरा दीजिये। इसी में आपकी भलाई है। झूठे लोग किसी के नहीं होते है। बेशक इनकी बातों से शहद टपकता हो।
dil dosti pyar aur zindagi ki story in hindi – “dosti aur pyar me kya antar hai”
सच्ची दोस्ती और प्यार कभी जाति, धर्म और ओहदा देखकर नहीं होता है । प्यार और दोस्ती को कोई मतलब नहीं होता है आप किस धर्म से है।
ये दोनों अलग अलग धर्म जाति के होते हुए भी अखंड होते है। यानी एक दूसरे से ऐसे जुड़े होते है जो जिंदगी भर साथ निभाते है।
मोहब्बत वो सच्ची होती है जो दोस्ती से शुरू होती है। और प्यार में समां जाती है। ऐसी मोहब्बत टूटने का नाम नहीं लेती है। और लास्ट में एक दूसरे के हो जाते है।
कहा जाता है मोहब्बत की शुरुआत दोस्ती से होती है। और यह सच्चा भी होता है। ऐसे में जिंदगी जो भी रिश्ते मिले उसे दिलो जान से निभाए। किसी को धोखे में रखना अपराध है। दोस्ती हो या प्यार दिल से निभाए। खुदा आपकी मदत खुद करेगा।
“friend and best friend difference”
दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं ! दोस्ती और प्यार में क्या अंतर है ! एक सच्चा दोस्त वह होता है ! जो अपने दोस्त की खुशियां और गम दोनों को बांटता है ! आपने सुना होगा कि प्यार के लिए दोस्त को छोड़ देते हैं !
और दोस्ती के लिए प्यार को छोड़ देते हैं ! दोस्ती उस भगवान की नियमित है ! सच्चा दोस्त वही होता है ! जो दोस्त के काम आए दोस्त चाहे गलत हो या सही हो वो उसका साथ देता है ! और एक सच्चा दोस्त अपनी दोस्ती को बखूबी निभाता है !
और वह दोस्त आपने फैमिली मेंबर जैसा लगने लगता है ! चाहे बड़ी प्रॉब्लम हो चाहे छोटी प्रॉब्लम हो हम आपने दोस्त से शेयर करते हैं और वो जिस भी लायक रहता है ! वो हमारी हेल्प करता है ! और हमारी प्रॉब्लम को सॉल्व करता है !
चाहे खुशियां हो चाहे गम हो हम हम एक दूसरे से बांट कर ही जीते हैं ! एक दोस्त प्रॉब्लम में हो तो दूसरे दोस्त को यह एहसास हो जाता है ! एक दोस्त को कोई कुछ कह देता है ! तो दूसरे दोस्त का खून खोल उठता है !
dosti aur pyar mein kya fark hota hai”
प्यार एक खुशबू की तरह होता है ! जो कि इन सांसों में बस्ता हैं ! प्यार करना और प्यार को पाना बहुत ही मुश्किल भरा रास्ता होता है ! उन रास्तों में सिर्फ कांटे ही काटें मिलते हैं ! उन रास्तों मे कोई साथ देने वाला नहीं मिलता है ! सिर्फ वह अपना दोस्त ही काम आता है !
तो फिर चाहे सुख पड़े चाहे दुख पढ़े और वह सारी प्रॉब्लम को सहता है ! और हमें आपने प्यार से मिलवाता है ! और उसे उस मंजिल तक पहुंचाता है ! और हमारा प्यार भी जानता है ! कि यह इनका क्लोज फ्रेंड है !
“kya fark hai dosti aur mohabbat mein”
जो कि हर घड़ी हर पल इनका साथ देता है ! और प्यार मिलने के बाद हमारा दिलो-दिमाग अपने बस में नहीं रहता है ! अगर आपका प्यार सच्चा है !
तो आपको कभी दुखी नहीं देख सकता है ! और आपको अपने दोस्त को छोड़ने को कभी भी नहीं कहेगा अगर आपका प्यार सच्चा नहीं है !
तो आपको ऐसे दो रास्ते पर ला कर खड़ा कर देगा जिसमें एक रास्ते पर आपका दोस्त होगा और एक रास्ते पर आपका प्यार होगा जिस मे से आपको किसी एक को चुनना होगा प्यार तो कहीं-कहीं ही साथ दे पाता है ! और दोस्त जिंदगी भर साथ देता है !
दोस्ती एक ऐसा सच्चा साथी होता है ! जो की अपने दोस्त को कभी दुखी नहीं देख सकता है ! दोस्तों अगर आपको दोस्ती और प्यार के बारे में कुछ राय देनी हो तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं!