वायु प्रदूषण से *दिल का दौरा* तेज, जाने क्या है कारण

Air pollution exposure risk of irregular heartbeat
Air pollution exposure risk of irregular heartbeat

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वायु प्रदूषण से कई बड़ी बीमारियां होने की चांस हैं। इनमें से सबसे बड़ी बीमारी दिल की बीमारी है। जिसमें तीव्र संक्रमण प्रमुख है। यानी कि सांस के खतरा से संक्रमण के अधिक शिकार हो रहे हैं।

गर्मी के मौसम में वायु प्रदूषण होने का खतरा बढ़ जाता है। खबरों के अनुसार वर्तमान समय में देश में वायु प्रदूषण का खतरा ज्यादा हो गया है। ऐसे में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है। जहां पर अत्यधिक ट्रैफिक हैं। आम जनजीवन पर इसका बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। लोगों को सांस संबंधी दिल की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।

 विशेषज्ञों का कहना है, ऐसे वातावरण में मास्क का प्रयोग करें। तो इससे बच सकते हैं। जिससे हमारे फेफड़े अत्यधिक सुरक्षित रहेंगे। और हम गंभीर दिल की बीमारियों के खतरे से भी निजात पा जाएंगे। 

वायु प्रदूषण क्या होता है
जब पराग, कालिख, गैसें, धूल, गंदगी, वायरस, आदि हवा को अशुद्ध करते है। जिससे यह अशुद्ध और विषाक्त होता है। हवा में मौजूद वायु प्रदूषण की मात्रा मनुष्यों, जानवरों, पौधों और पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करती है।
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वायु प्रदुषण से बीमारी || Air pollution exposure risk of irregular heartbeat

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Air pollution exposure risk of irregular heartbeat

आपको बता दें कि वायु प्रदूषण से सिर्फ दिल की बीमारी ही नहीं, फेफड़ों का कैंसर और बच्चों में सांस संबंधी विकार आ सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं, प्रदूषण संबंधी कितनी बीमारियां है।

प्रदूषण से अस्थमा का का खतरा

अस्थमा रोग सांस संबंधी गंभीर बीमारी है। जिसमें रोगी को सांस लेने मैं बहुत तकलीफ होती है। इसके अलावा सीने में दर्द होता है। और साथ ही खांसी आने की भी समस्या रहती है। इसका कारण है.

प्रदूषण के कारण व्यक्ति की सांस नली में अवरोध उत्पन्न होने लगता है। यह रुकावट हवा प्रदूषण के कारण होता है। कई बार लीवर क्षतिग्रस्त होने लगती हैं ऐसे में हमें प्रदूषण से बचना चाहिए।

प्रदूषण से दिल का दौरा

वायु प्रदूषण से दिल का दौरा होने का खतरा अत्यधिक हो जाता है। जहरीली हवा के सूक्ष्म कण खून में प्रवेश होने लगते हैं। जिसके कारण हमारी धमनियों में प्रॉब्लम आ जाती हैं। और दिल के दौरे का खतरा होने का संभावना अधिक हो जाता है। ऐसे में और प्रदूषण से बच्चे और सुरक्षित रहे हैं।

लंग कैंसर

यह कैंसर प्रदूषण और धूम्रपान के कारण होता है। इसका पता बहुत आसानी से नहीं चलता है। यह जब पूरे शरीर में फैल जाता है। तभी ही लंग कैंसर की का पता चलता है। यह कई प्रकार के होते हैं।

प्रदूषण से ऐसे करें बचाव

अगर आप को प्रदूषण से बचना है। तो हमेशा मास्क पहनकर बाहर निकले। मास्क पहनकर बाइक ड्राइव करें। घर आने पर पानी गर्म करके भाप ले। आपने काढ़े का सेवन करें। साथ ही अगर संभव हो तो योग करना ना भूले।

काढ़े का सेवन करने से वायु प्रदूषण का खतरा बहुत ही कम हो जाता है। जिससे कई प्रकार की बीमारियों जैसे दिल का दौरा, लंग कैंसर, अस्थमा आदि से छुटकारा मिल जाता है।

चेतावनी – सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया पोस्ट है या किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रखता है